भारत के इन शहरों में मनाई जाती है विश्व प्रसिद्ध होली!
रंगों का त्योहार होली भारत के सबसे जीवंत और आनंदमय उत्सवों में से एक है. यह त्यौहार वसंत के आगमन का प्रतीक माना जाता है. इस त्यौहार के दिन लोग अपने गिले-शिकवे भूलकर एक साथ एकत्र होते हैं और रंगों से खेलते हुये पारंपरिक मिठाइयों और व्यंजनों का आनंद लेते हैं. यदि आप भी अपने आपको होली के जश्न में डुबाना चाहते हैं, तो होली के दौरान भारत के निम्न शहरों की यात्रा ज़रूर करें.
मथुरा और वृन्दावन, उत्तर प्रदेश
भगवान कृष्ण की जन्मस्थली के रूप में प्रसिद्ध मथुरा और वृंदावन भारत में होली के उत्सव का केंद्र हैं. यहाँ होली का उत्सव, होली के वास्तविक दिन से कई सप्ताह पहले शुरू होता है और कई दिनों तक चलता रहता है. भगवान कृष्ण से संबंधित होने के कारण ब्रज क्षेत्र की होली का विशेष महत्व है. वृन्दावन के बांके बिहारी मंदिर में भव्य उत्सवों का आयोजन होता है जहां भक्त और पर्यटक समान रूप से रंगीन उल्लास में भाग लेते हैं.
बरसाना, उत्तर प्रदेश
मथुरा के पास बरसाना अपने अनोखे लट्ठमार होली उत्सव के लिए प्रसिद्ध है. इस उत्सव को मनाने के लिए, नंदगांव (कृष्ण के गांव) के पुरुष बरसाना आते हैं, और महिलाएं उन्हें हँसी मजाक में लाठियों से भगाती हैं. पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान कृष्ण ने बरसाना में राधा और उनकी सहेलियों को छेड़ा था, जिसके जवाब में गोपियो ने उन्हें लाठियों से मारा था. इस अनोखी लट्ठमार होली का आनंद लेने के लिये आपको ज़रूर बरसाना पहुंचना चाहिये.
शांतिनिकेतन, पश्चिम बंगाल
शांतिनिकेतन विश्वविख्यात कवि और साहित्यकार रवीन्द्रनाथ टैगोर का निवास स्थान है जहाँ काव्य शैली में होली मनाया जाता है. यहाँ होली के दिन एक लंबा जुलूस निकलता है जिसमें टैगोर का काव्य संगीत बजता है और विश्वविद्यालय के छात्र पीले रंग के कपड़े पहनकर अपने-अपने मधुर तरीके से नृत्य करते हुये वसंत का स्वागत करते हैं.
नाथद्वारा, राजस्थान
झीलों की नगरी उदयपुर से 45 किमी दूर स्थित नाथद्वारा अपने होली समारोह के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ होली पर बादशाही सवारी निकालने की परम्परा है जो कि औरंगजेब के शासनकाल से ही चली आ रही है. यहाँ स्थित श्रीनाथ मंदिर में एक माह तक होली का उत्सव चलता है.
पुष्कर, राजस्थान
पवित्र झील और ऊंट मेले के लिए प्रसिद्ध पुष्कर शहर होली के दौरान रंगों में साराबोर हो जाता है. यहां के उत्सव में परंपरा और उल्लास का मिश्रण है. स्थानीय लोग और विदेशी पर्यटक इस खुशी के अवसर का जश्न मनाने के लिए एक साथ आते हैं और एक दूसरे को रंग और गुलाल लगाते हैं.